अखिल भारतीय अपराध विरोधी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनवंत सिंह राठौर ने 18 मई 2021 को शराब माफियाओं के द्वारा समस्तीपुर जिले के सरायरंजन थाना के हरसिंहपुर कोठी के रामबिलास सिंह के 22 वर्षीय पुत्र अजय कुमार सिंह के हत्यारे को सरायरंजन थानाध्य्क्ष बचाने के लिये डूबने से मौत बता रहे है।
इस सम्बंध में श्री राठौर ने मुख्यमंत्री व पुलिस महानिदेशक बिहार को पत्र लिखकर कहा कि अजय कुमार सिंह हमेशा अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ रहता था। 17 मई को सुबह जब परिजनों ने देखा की राहुल घर मे नही है और उसके दोनों मोबाइल स्विच ऑफ आ रहे थे। परिजन इसकी सूचना देने कई बार सरायरंजन थाना पर गए लेकिन थानाध्यक्ष ने सूचना नही ली। बाद में चौथी बार ग्रामीणों के दवाब पर सनहा लिया गया।
परिजनों और ग्रामीणों के लाख कहने पर भी सरायरंजन थानाध्यक्ष ने कोई कारवाई नही की। अगर उस समय उसके मोबाइल में हुई बातचीत की जांच हुई होती तो अजय सिंह की जान बच सकती थी अगले दिन 18 मई को अजय कुमार सिंह की लाश गांव के जमुआरी नदी में मिली। उस समय भी थानाध्यक्ष ने कहा कि चार लाख रुपये मुआबजा के रूप में ले लो।
अजय कुमार सिंह के परिजनों ने साफ कहा कि इसकी हत्या हुई और 19 मई को थानाध्यक्ष ने हत्या की प्राथमिकी 78/21 दर्ज की।
श्री राठौर ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि पूर्व में भी उन्होंने कई बार पत्र लिखकर जानकारी दे चुके है कि सरायरंजन थाना क्षेत्र में अवैध शराब के कारोबार मंत्री विजय कुमार चौधरी के सरंक्षण में सरायरंजन थाना के थानाध्यक्ष के देख रेख में फैला हुआ है। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, सरायरंजन थानाध्यक्ष व शराब माफियाओं की मिलीभगत इतनी सख्त है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी इन्ही के इशारे पर अजय कुमार सिंह के हत्या को डूबने से मौत बताया गया। अजय कुमार सिंह के परिजन ने समस्तीपुर के डीएम एसपी को पत्र देकर जांच कराने की अपील की थी, लेकिन शराब माफियाओं की ताकत के आगे सब बेकार साबित हुआ। श्री राठौर ने मुख्यमंत्री व पुलिस महानिदेशक बिहार से अजय सिंह हत्याकांड समस्तीपुर जिले के सरायरंजन थाना कांड संख्या 78/21 दिनांक 19 मई 2021 की न्याययिक जांच कराने की मांग की है, ताकि सच्चाई सामने आये।